Home यात्रा Statue Of Unity: क्या आप स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जुड़ी ख़ास बातें जानते है

Statue Of Unity: क्या आप स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जुड़ी ख़ास बातें जानते है

0
Statue Of Unity: क्या आप स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जुड़ी ख़ास बातें जानते है
Statue Of Unity

Statue Of Unity: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण कर भारत का नाम पूरे दुनिए में रशं कर दिया। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity) सरदार वल्लभभाई पटेल के सम्मान में बनाई गई दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा हैं। प्रधान मंत्री ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी  का अनावरण कर इसे देश को समर्पित किया। इस अवसर पर उन्होंने देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जयंती पर कोटिकोटि नमन किया। 

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। उन्होंने साल 2010 में गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए इस प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। साल 2013 में इसकी नींव रखी गई थी|। आपको बता के  सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा को बनाने में तक़रीबन 2990 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। 

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity)प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है

182 मीटर ऊंची इस मूर्ति में 1,40,000 क्यूबिक मीटर्स कॉनक्रिट का इस्तेमाल किया गया है। सरदार पटेल की इस प्रतिमा में तक़रीबन 2000 टन ब्रॉन्ज़ शीट्स और 18,500 टन रॉड्स का भी इस्तेमाल किया गया है। करीब तीन हज़ार मजदूरों ने 33 महीनों में ये प्रतिमा बनाई है। दावा किया गया है कि स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी इतनी शक्तिशाली है कि 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चलने वाला तूफ़ान भी इसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता। रिक्टर स्केल पर 6.5 की तीव्रता वाले भूकंप से भी इस प्रतिमा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 

इसे भी पढ़े :- राम मंदिर पर जल्द फैसला गया तो बीजेपी खत्म हो जाएगीशमशेर पठान

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity) का निर्माण नोएडा के शिल्पकार पद्मभूषण राम वी सुतार के नेतृत्व में हुआ है। राम वी सुतार ने सरदार पटेल की करीब 2000 तस्वीरों के अध्ययन के बाद उनके चेहरे का डिजाइन तैयार किया|। सुतार ने इस दौरान कई इतिहासकारों से भी मुलाकात की। प्रतिमा में सरदार वल्लभ भाई पटेल के चेहरे पर खास ध्यान रखा गया है। दुनिया भर में 139 प्रतिमाएं ऐसी हैं जो 30 मीटर से ऊंची हैं| इनमें से 42 फीसदी भारत और चीन में बनाई गई हैं| चीन में ऐसी 34 प्रतिमा है जो 30 मीटर से ऊंची है| जबकि भारत में इसकी संख्या 25 है। 

182 मीटर ऊंची इस प्रतिमा की ऊंचाई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी है

चीन स्थित स्प्रिंग टेंपल की 153 मीटर ऊंची बुद्ध प्रतिमा के नाम अब तक सबसे ऊंची मूर्ति होने का रिकॉर्ड था। पटेल की 182 मीटर ऊंची इस प्रतिमा की ऊंचाई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी है। सरदार पटेल की मूर्ति को देखने के लिए नर्मदा जिले पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए यहां 52 कमरों वाला भारत भवन  भी बनाया गया है| इसक साथ ही पर्यटकों को यहां फूड कोर्ट और फूलों की घाटी के साथसाथ बोटिंग की भी सुविधा मिलेगी|

Also Read: Gold Mixed Alcohol Drink: क्या यहाँ लोग शराब में सोना मिलाकर पीते हैं

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity) में पर्यटकों के लिए दो एलिवेटर भी लगाए गए हैं। इस पर एक बार में 200 लोग सवार हो सकते हैं| गुजरात सरकार के मुताबिक यहां एक दिन में करीब 15000 पर्यटक आएंगे। प्रतिमा के अंदर 135 मीटर की ऊंचाई पर एक दर्शक दीर्घा बनाई गई है| जिससे पर्यटक बांध और पास की पर्वत श्रृंखला का दीदार कर सकेंगे।