Baba Ramdev Qualification: क्या आप जानते हैं बाबा रामदेव की योग्यता और आधुनिक चिकित्सा पर उनके विचार। उन्हें लगता है कि सभी एलोपैथी दवाएं बेकार हैं और इससे COVID19 का इलाज करते हुए कई लोगों की मौत हुई है। उन्होंने रेमडेसिविर, फैबीफ्लू और प्लाज्मा थेरेपी जैसी जीवन रक्षक दवा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। एक जनसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये सभी विफल दवा हैं और एलोपैथी इलाज का एक बेकार तरीका है।
रामदेव का यह कथन और उनका आधुनिक चिकित्सा प्रणाली पर प्रश्न ने हमें बाबा रामदेव की योग्यता पर कुछ शोध करने के लिए प्रेरित किया। हमारी टीम ने आधुनिक चिकित्सा पर टिप्पणी करने के लिए बाबा रामदेव की योग्यता (Baba Ramdev Qualification) और विशेषज्ञता को पूरी तरह से खोजने का प्रयास किया। गूगल और अन्य माध्यमों पर खोज करते हुए हमने पाया कि उन्होंने 8वीं कक्षा तक औपचारिक शिक्षा प्राप्त की है। वे विभिन्न गुरुओं के आश्रमों से इधर-उधर से आयुर्वेद सीखते थे। लेकिन आपको बता दें कि उनका आधुनिक चिकित्सा पर ज्ञान उनकी योग्यता के आधार पर सीमित लगता है। उनको नहीं पता की आधुनिक चिकित्सा और उपचार किस रूप में काम करता है।
उनके आधुनिक चिकित्सा पर बयान से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन क्यों खफा है
योग गुरु रामदेव के एलोपैथी दवाओं पर दिए गए अजीबोगरीब बयान के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है। बता दें कि बाबा रामदेव ने हाल ही में कहा था कि ”एलोपैथी कितना बेवकूफ और दिवालिया विज्ञान है…” उन्होंने कुछ दवाओं के नाम और कोरोना रोगियों के इलाज के लिए एलोपैथी द्वारा अपनाई जाने वाली उपचार प्रक्रिया का भी जिक्र किया। उनके बयान की आधुनिक चिकित्सा का अभ्यास करने वाले एलोपैथी चिकित्सकों द्वारा आलोचना की गई है। यहां तक कि कुछ चिकित्सक ने भी बाबा रामदेव की योग्यता (Baba Ramdev Qualification) पर सवाल उठाये हैं।
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आप को बता दें की आईएमए महासचिव जयेश लेले ने बाबा रामदेव के बयान पर अपनी चिंता और सवाल दर्ज किया है। उन्होंने केंद्र सरकार से भी सवाल पूछा कि कि इस तरह के बयान के बाद बाबा रामदेव के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। अंग्रेजी डेली ‘द टेलीग्राफ’ से बात करते हुए जयेश ने कहा कि सोशल मीडिया पर दो दिन से बाबा रामदेव का वीडियो विरल हो रहा है। इसके जारी होने के बाद भी केंद्र सरकार ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। लेले नीति आयोग के थिंक टैंक पर भी सवाल उठाए हैं। हालांकि केंद्र सरकार द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं करने पर चिकित्सकों को आश्चर्य नहीं हुआ है। वे जानते हैं कि बाबा रामदेव केंद्र सरकार के कितने करीबी हैं। रामदेव हमेशा सरकार की नीतियों का समर्थन करते रहते हैं, भले ही नीति बुरी तरह से विफल हो।
क्या कहा पतंजलि योगपीठ ने बाबा रामदेव के नोटिस पर
शनिवार को पतंजलि योगपीठ ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने इस दावे को भी खारिज कर दिया कि योगगुरु बाबा रामदेव ने एलोपैथी दवा के खिलाफ बयान देकर लोगों को गुमराह किया। पतंजलि योगपीठ ने अपने बयान में कहा कि बाबा रामदेव किसी भी धारा से चिकित्सा का अभ्यास करने वाले चिकित्सकों का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि रामदेव पर IMA का आरोप निराधार है और उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो की गलत व्याख्या की। हालांकि लोग पतंजलि योगपीठ के स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं हैं और बाबा रामदेव की योग्यता (Baba Ramdev Qualification) पर सवाल उठा रहे हैं।
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हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट ने एक बयान जारी कर कहा कि रामदेव “महामारी के ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में दिन-रात काम करने वाले डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों का बहुत सम्मान करते हैं।” बयान में यह भी कहा गया है कि उन्होंने ने सिर्फ़ व्हाट्सएप पर फॉरवर्ड किए गए संदेश को पढ़ा जो इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले अन्य लोगों को भी भेजा गया है। यह उनका विचार नहीं है और उन्होंने एलोपैथी दवा पर कभी भी सवाल नहीं उठाया है।
इस पूरे विवाद पर क्या कहा आचार्य बालकृष्ण ने: Baba Ramdev Qualification
पतंजलि योगपीठ के अध्यक्ष आचार्य बालकृष्ण ने एक बयान जारी कर सोशल मीडिया में चल रहे बाबा रामदेव के बयान का बचाव किया। उन्होंने कहा, “आधुनिक विज्ञान के साथ चिकित्सा का अभ्यास करने वालों के खिलाफ स्वामी जी की कोई गलत मंशा नहीं है।” इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का आरोप निराधार और गलत है। उन्होंने कहा कि आईएमए सिर्फ एक जनसभा में बाबा रामदेव द्वारा पढ़े गए व्हाट्सएप संदेश को मुद्दा बना रहा है।
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आप को बता दें की IMA बाबा रामदेव और उनके पतंजलि योगपीठ पर हमेशा बिना उनकी मंजूरी के दवा बनाने और बेचने का आरोप लगाती रहती है। IMA पतंजलि योगपीठ द्वारा लॉन्च किए गए उत्पाद और दवाओं पर उनके झूठे दावे पर हमेशा सवाल उठाती रहती है। पतंजलि की कोरोना दवा कोरोनिल भारत में लॉन्च होने के बाद से ही आईएमए की जांच के दायरे में है। दिलचस्प बात यह है कि आईएमए बाबा रामदेव की योग्यता (Baba Ramdev Qualification) के साथ-साथ आचार्य बालकृष्ण की दवा बनाने की विशेषज्ञता को भी जानता है।